दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं पूंजी पर ब्याज की प्रविष्टि interest on capital journal entry के बारे में। पूंजी पर ब्याज की प्रविष्टि देखने से पहले हम ये समझ लेते हैं कि आखिर पूंजी पर ब्याज What is interest on capital debts क्या है?
पूंजी पर ब्याज क्या है What is interest on capital
- जब एक व्यवसायी अपने बिजनेस में पूंजी लगाता है तो वह व्यवसाय में लगी पूंजी पर ब्याज ले सकता है जिसे पूंजी पर ब्याज कहा जाता है।
पूंजी पर ब्याज की जर्नल एण्ट्री कैसे करें interest on capital journal entry
10,000 रूपये का पूंजी पर ब्याज दिया।।
पूंजी पर ब्याज जब भी दिया जाता है तो वह व्यवसाय के मालिक को न दिया जाकर उसकी पूंजी में ही जोड़ दिया जाता है इसलिए यहां दो खाते निकलेंगे Interest on Capital Account और Capital Account
खाता | खाते का प्रकार | खाते का नियम | Dr./Cr. |
Interest on Capital Account | Nominal Account | खर्चे व हानि को डेबिट और आय व लाभ को क्रेडिट | Dr |
Capital Account | Liabilities | पूंजी व्यवसाय के लिए दायित्व है और पूंजी पर ब्याज आने से पूंजी बढ रही है इसलिए क्रेडिट | Cr |
प्रविष्टि Journal Entry
Interest on Capital Account Dr | 10,000 | ||
To Capital Account | 10,000 | ||
(Interest Charged on Capital) |
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