Tally Prime me Company kaise Banaye | Create Company | टैली प्राइम में कंपनी कैसे बनाएं

Tally Prime me Company kaise Banaye

       दोस्तों, हर साॅफ्टवेर की एक अलग फाइल होती है जिन्हें हम अलग-अलग नामों से जानते हैं। जैसे कि पिक्चर फाइल को PNG, JPEG, BMP और विडियों फाइल को MP4, Media File आदि। ठीक वैसे ही टेली मे नई फाइल को कम्पनी कहा जाता है। TALLY में कंपनी बनाने को Company Creation or […]

Tally Prime me Company kaise Banaye | Create Company | टैली प्राइम में कंपनी कैसे बनाएं Read More »

Company me Correction Kaise Karen | टेली प्राइम में कंपनी में सुधार कैसे करें

Company me Correction Kaise Karen

     दोस्तों, टेली प्राइम में कम्पनी बनाते समय हो सकता है कोई गलती रह सकती है। इसी गलती को हमें सुधारना पड़ता है। आज इस ब्लाॅग में हम कम्पनी में सुधार करना सीखेगें। तो चलिए देखते हैं कि कम्पनी में सुधार कैसे कर सकते हैं:- Company me Correction Kaise Karen How to Create and

Company me Correction Kaise Karen | टेली प्राइम में कंपनी में सुधार कैसे करें Read More »

liabilities meaning in hindi | दायित्व से क्या मतलब है

liabilities meaning in hindi

दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं दायित्व liabilities meaning in hindi के बारे में। दायित्व से क्या मतलब है liabilities meaning in hindi दायित्व के प्रकार Type of Liabilities दीर्घकालीन दायित्व Long Term Liabilities चालु दायित्व current liabilities in tally

liabilities meaning in hindi | दायित्व से क्या मतलब है Read More »

transaction meaning in hindi | लेन-देन का मतलब क्या है

transaction meaning in hindi

दो पक्षों के बीच में होने वाले लेन-देन Transaction को व्यवहार कहते है। एक पक्ष क्रेता व दूसरा पक्ष विक्रेता होता है। व्यवहार निम्न प्रकार के होते है। नकद के व्यवहार Cash Transaction जिन व्यवहारों में निम्नलिखित शब्द आते है वे नकद व्यवहार कहलाते है। जैसे- नकद प्राप्त किया, चुकाया गया या किसी व्यक्ति या

transaction meaning in hindi | लेन-देन का मतलब क्या है Read More »

Special Introduction of Some Accounts | कुछ विशेष खातों का परिचय

Special Introduction of Some Accounts

आहरण खाता (Drawings Account) जब व्यापार का स्वामी अपने निजी प्रयोग हेतू व्यापार से माल या नकद राशि निकालता है तो इसके लिए पुस्तकों में आहरण खाता खोला जाता है। यह खाता व्यक्तिगत खाता कहलाता है।  माल खाता (Stock) व्यापारी जिस वस्तु में व्यापार करता है उसे, माल कहते है। यह एक वास्तविक (वस्तुगत) खाता है।  बट्टा

Special Introduction of Some Accounts | कुछ विशेष खातों का परिचय Read More »

error: Content is protected !!