- Capital का हिन्दी में मतलब capital account hindi meaning होता है पूंजी।
- किसी भी व्यवसाय में व्यवसायी अपनी निजी पूँजी लाभ अर्जित करने के लिए लगाता है।
- किसी व्यवसाय में व्यवसायी का स्वामी जो अपनी निजी रोकड़ (Capital), संपत्ति (Assets) व मॉल (Goods) व्यवसाय में लगाता है, उसे पूँजी कहते है।
- जब कोई व्यापारी जिन रुपयो से व्यापार शुरु करता है, उसे Capital कहते हैं।
- यहाँ पर हमें एक बात का ध्यान रखना होगा कि व्यवसायी जो अपनी निजी रोकड़ या अन्य संपत्ति से व्यवसाय प्रारम्भ करता है। वही केवल व्यवसाय की पूँजी होती है।
पूँजी खाता (Capital Account) का उदाहरण :-
- जब व्यवसायी अपनी निजी/बचत रोकड़ 10,000,00 रु लगाकर कपडे का व्यवसाय शुरू करता है। तो यह 10,000,00 रु पूँजी होगी।
- नगद पूँजी लगाने पर पुस्तकों में निम्न प्रकार प्रविष्टि होगी।
- Cash a/c Dr. 10,000,00
- To Capital a/c 10,000,00
- (नगद पूँजी लगाकर व्यवसाय प्रारम्भ किया )
- नगद पूँजी के अलावा अन्य संपत्ति पूँजी से व्यवसाय प्रारम्भ करने पर पुस्तकों में निम्न प्रकार प्रविष्टि होगी।
- Assets/Stock a/c Dr. 10,000,00
- To Capital a/c 10,000,00
- (Assets/Stock पूँजी लगाकर व्यवसाय प्रारम्भ किया )
पूंजी से सम्बन्धित मदें
ऐसी मदें जो पूंजी खाते को प्रभावित करती हैं ये वह खर्चे होते है जो व्यापारी के पर्सनल खर्चे होते है और सभी खर्चे पूंजी खाते से कम होते है।
आहरण Drawing
जिस तरह बिजनेस में स्टॉफ को सैलेरी दी जाती है ठीक उसी तरह जो बिजनेस का मालिक है उसे भी घर चलाने के लिए रुपयो की जरुरत है और व्यापारी खुद अपने बिजनेस से जो रुपये लेता है उसे Drawing कहते है।
एलआईसी प्रीमियम LIC Premium
व्यापारी जो पैसा LIC में इनवेस्ट करता है उसे कैपिटल अकाउण्ट से कम किया जाता है। LIC व्यापारी का व्यक्तिगत खर्च माना जाता है।
स्वास्थ्य बीमा Health Insurance
व्यापारी जो भी स्वास्थ्य बीमा में इनवेस्ट करता है उसे Capital से कम किया जाता है। और स्वास्थ्य बीमा को व्यापारी का व्यक्तिगत खर्च माना जाता है।
आयकर का भुगतान किया Income Tax Paid
स्कूल की फीस School Fees
अगर व्यापारी ने अपने बच्चो की स्कुल फिस बिजनेस से दी है तो ये भी व्यापारी का व्यक्तिगत खर्च है और इसका लेजर भी Capital Account के ग्रुप में बनता है।
लाभ-हानि (Profit and Loss)
Profit and Loss Account बनाने के बाद जो सकल लाभ (Net Profit) होता है। उसे Capital Account के क्रेडिट पक्ष में लिखा जाता है। जिससे Capital Account मे बढ़ोतरी होती है।
पूंजी खाते की प्रकृति Nature of capital Account
- Capital Account का Nature Liability होता है।
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