दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं आवक गाड़ी भाड़ा की जर्नल एण्ट्री carriage inward journal entry के बारे में।
आवक गाड़ी भाड़ा क्या है what is carriage inward
- व्यापार के लिए खरीदने पर माल को खरीदने के स्थान से हमारे व्यापार करने की जगह यानि दुकान या फैक्ट्री तक लाने के लिए हमें भाड़ा देना होता है, उस भाडे़ को आवक गाड़ी भाड़ा carriage inward कहते हैं।
- आवक गाड़ी भाड़ा बिजनेस के लिए खर्चा होता है जिसे प्रत्यक्ष खर्चे Direct Expenses के रूप में जानते हैं।
- Carriage Inward को Direct Expenses ग्रुप में शामिल किया जाता है।
carriage inward journal entry आवक गाड़ी भाड़ा की प्रविष्टि कैसे करें paid carriage on purchase journal entry
आवक गाड़ी भाड़ा की प्रविष्टि carriage inward journal entry से पहले मै आपको एक बता दूं कि खर्चे और आय में अगर किसी का नाम भी दिया हो तो भी उसे नकद ही माना जाता है।
उदाहरण के तौर पर
- 1000 रूपये गाड़ी भाड़ा चुकाया।
- सना का 1000 रूपये गाड़ी भाड़ा चुकाया।
1000 रूपये गाड़ी भाड़ा चुकाया।
- दोनो ही सूरत में आवक गाड़ी भाड़ा carriage inward और नकद Cash दो ही खाते निकलेंगे।
- carriage inward व्यापार के लिए खर्चा है यानि अवस्तुगत खाता Nominal Account
- Nominal Account की जर्नल एण्ट्री का नियम Expenses and Losses Debit, Income and Profit Credit
- carriage inward व्यापार के लिए खर्चा है इसलिए डेबिट
- Cash एक वस्तु है यानि वस्तुगत खाता Real Account
- Real Account की जर्नल एण्ट्री का नियम Incoming Debit, Outgoing Credit
- Cash व्यापार से जा रहा है इसलिए क्रेडिट
Carriage Inward Account Dr | 1,000 | ||
To Cash Account | 1,000 | ||
(Carriage inward paid) |
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