दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं बकाया खर्च की जर्नल एण्ट्री outstanding expenses journal entry के बारे में।
बकाया खर्च क्या है what is outstanding expenses
- बिजनेस में कई बार कुछ खर्चे ऐसे होते हैं जो वित्तीय वर्ष के अन्त में किसी वजह से चुकाने बाकी रह जाते हैं।
- बकाया खर्च जैसा कि इस नाम से ही पता चलता है कि ऐसे खर्चे जो वित्तीय वर्ष में चुकाने बाकी रह जाते हैं, उन्हें बकाया खर्च कहते हैं।
- बकाया खर्च हमारे लिए दायित्व हैं।
- बकाया खर्च की प्रविष्टि नहीं होने से वो खर्च हमारे लाभ मे शामिल होते हैं।
- वित्तीय वर्ष के खर्चे होने की वजह से उनकी प्रविष्टि करना भी जरूरी होता है।
- बकाया खर्चे लाभ से अलग करने के लिए हमें बकाया खर्च outstanding expenses की प्रविष्टि करनी होती है।
- outstanding expenses को Current Liability ग्रुप में शामिल किया जाता है।
बकाया खर्च की प्रविष्टि कैसे करें outstanding expenses journal entry
3,000 रूपये बकाया खर्च।
चालु वित्तीय वर्ष में प्रविष्टि
- यहां बकाया खर्च outstanding Expenses और खर्च Expenses दो ही खाते निकलेंगे।
खाता | खाते का प्रकार | खाते का नियम | Dr./Cr. |
Expenses Account | Nominal Account | खर्चे व हानि को डेबिट और आय व लाभ को क्रेडिट | Dr |
Outstanding Expenses | Liabilities | दायित्व बढता है तो क्रेडिट और दायित्व कम होता है तो डेबिट | Cr |
प्रविष्टि Journal Entry
| Expenses Account Dr | 3,000 | |
| To outstanding Expenses Account | | 3,000 |
| (outstanding Expenses) | | |
आगामी वित्तीय वर्ष में प्रविष्टि
यहां बकाया नगद Cash और खर्च Expenses की जगह Outstanding Expenses दो ही खाते निकलेंगे।
खाता | खाते का प्रकार | खाते का नियम | Dr./Cr. |
Outstading Expenses | Liability | दायित्व बढ रहे हैं तो क्रेडिट और घट रहे हैं तो डेबिट | Dr |
Cash Account | Real | जो वस्तु व्यापार में आ रही है उसे डेबिट और जो व्यापार से जा रही है उसे क्रेडिट | Cr |
प्रविष्टि Journal Entry
| Outstanding Expenses Account Dr | 3,000 | |
| To Cash Account | | 3,000 |
| (Expenses Paid) | | |
Post Views: 41